माँ दुर्गा की आरती कैसे करें हिंदी में | maa durga aarti kaise kare in hindi: मां दुर्गा की आरती करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें
कदम 1: प्रारंभ करने से पहले, धूप, दीपक, कुमकुम, अच्छा, फूल, और प्रसाद की तैयारी करें।
कदम 2: अपने मंदिर या पूजा स्थल में बैठें और मां दुर्गा की मूर्ति की ओर मुख करें।
कदम 3: अपने हाथों को धूप के धुंए में ले और उन्हें मां दुर्गा की मूर्ति के सामने ले जाएं।
कदम 4: आरती गाने के लिए आरती की थाली को प्रारंभ करें, और दीपक की बत्ती को अक्षत चावल के साथ जलाएं।
कदम 5: आरती गाते समय, अपने हाथों को आरती की थाली के साथ मां दुर्गा की मूर्ति के चारों ओर घुमाएं।
कदम 6: गाते समय, मां दुर्गा के गुणों की प्रशंसा करें और आरती का पाठ करें। यहां एक उदाहरण है:
मां जय जय आद्या शक्ति,
मा जय जय आद्या शक्ति।
सत्य सनातनी अद्याशक्ति, भगवती भवभुक्तिहे।
मां जय जय आद्या शक्ति, मा जय जय आद्या शक्ति।
कदम 7: आरती के बाद, प्रसाद और फूल मां दुर्गा की मूर्ति को अर्पित करें।
कदम 8: आपकी पूजा पूरी हो गई है। मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अपनी आरती को समर्पित करें। इस तरीके से, आप मां दुर्गा की आरती कर सकते हैं और उनके कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं।
जय अम्बे गौरी
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिव जी॥
मांग सिंदूर विराजत, तिका मृगमड़ा जूथे। शुभ मंगल द्वार से, मांगल करो सलूथे॥
छंद मुण्ड सन्नाटा, नगर हुए दामा। धन यशो अवधपवासी, सदा सुखदामा॥
कनक मणि वरण मुख, कोटि रतन की जूथे। रतन झटिति रमें, दुपद धरति लूथे॥
मांग सिंदूर विराजत, तिका मृगमड़ा जूथे। शुभ मंगल द्वार से, मांगल करो सलूथे॥
कानन कुण्डल शोभित, नासग्रेव बाला। बाड़फें नैनामुखकार सु नन्दि गनेश प्याला॥
मांग सिंदूर विराजत, तिका मृगमड़ा जूथे। शुभ मंगल द्वार से, मांगल करो सलूथे॥
हे हरणी, हे कलियाणी, तव पादपंकज स्थिता। अनुरागि अचंल, मंगल कारण अवतरिता॥
मांग सिंदूर विराजत, तिका मृगमड़ा जूथे। शुभ मंगल द्वार से, मांगल करो सलूथे॥
हे जगदम्बे, हे सुरते, हे हरगरब्ये, हे पापविनाशिनि। हे अम्बे, हे अम्बिके, हे मातु मांगलदायिनि॥
मांग सिंदूर विराजत, तिका मृगमड़ा जूथे। शुभ मंगल द्वार से, मांगल करो सलूथे॥
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