मां काली के 108 नाम इस प्रकार हैं, 108 Names of Maa Kali and Download pdf: माता काली के 108 नामों में से कुछ इस प्रकार हैं
माँ काली हिंदू धर्म की प्रमुख देवी हैं जिन्हें शक्ति (दिव्य स्त्री ऊर्जा) का प्रतीक माना जाता है। वे अपनी उग्र और रौद्र रूप के लिए प्रसिद्ध हैं। माँ काली के बारे में निम्नलिखित जानकारी दी जा सकती है:
माँ काली का परिचय
- उत्पत्ति और महत्त्व:
- माँ काली की उत्पत्ति राक्षसों के संहार के लिए मानी जाती है। देवी दुर्गा ने जब चंड-मुंड और रक्तबीज जैसे दैत्यों का संहार किया तब उनके रौद्र रूप से काली का जन्म हुआ।
- काली को समय (काल) का प्रतिनिधित्व करने वाली माना जाता है और उन्हें सभी नकारात्मकता और बुराइयों का नाश करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है।
- स्वरूप:
- माँ काली का रंग काला या गहरा नीला होता है, जो अज्ञात और अदृश्यता का प्रतीक है।
- उनके चार हाथ होते हैं: एक में खड्ग (तलवार) और दूसरे में राक्षस का कटा हुआ सिर होता है। अन्य दो हाथ आशीर्वाद मुद्रा में होते हैं।
- वे नग्न अवस्था में रहती हैं, जो उनकी निराकारता और निर्लेपता का प्रतीक है।
- पूजा और अनुष्ठान:
- माँ काली की पूजा विशेष रूप से काली पूजा, दीपावली, और अमावस्या के दिन की जाती है।
- भक्त तांत्रिक अनुष्ठानों के माध्यम से माँ काली की आराधना करते हैं और उनसे भयमुक्ति, शक्ति और सिद्धि की प्राप्ति की कामना करते हैं।
- मंदिर और पवित्र स्थल:
- कोलकाता का कालीघाट मंदिर, भारत के प्रमुख काली मंदिरों में से एक है।
- इसके अलावा दक्षिणेश्वर काली मंदिर भी बहुत प्रसिद्ध है, जहाँ रामकृष्ण परमहंस ने माँ काली की साधना की थी।
- दर्शन और शिक्षाएँ:
- माँ काली का संदेश है कि जीवन में आने वाले हर प्रकार के भय और संकट का सामना धैर्य और शक्ति से करना चाहिए।
- वे यह भी सिखाती हैं कि हर व्यक्ति में एक दिव्य शक्ति होती है, जिसे पहचान कर उसे जाग्रत करना आवश्यक है।
Durga Chalisa Books Details
“Durga Chalisa” एक प्रसिद्ध हिन्दी पुस्तक है जिसमें माँ दुर्गा की महिमा का वर्णन है। यह पुस्तक धार्मिक भावनाओं को स्तुति और आराधना के लिए प्रेरित करती है।
इस पुस्तक में “चालीसा” के श्लोक होते हैं, जो माँ दुर्गा की महिमा और गुणों का वर्णन करते हैं। ये श्लोक भक्तों को माँ दुर्गा की आराधना में सहायक होते हैं और उन्हें उनकी कृपा को प्राप्त करने का मार्ग दिखाते हैं।
“Durga Chalisa” पुस्तक को विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध किया गया है ताकि भक्त अपनी आसानी से इसे पढ़ सकें और माँ दुर्गा की आराधना कर सकें। इस पुस्तक को साधारणतः धार्मिक दुकानों या ऑनलाइन भंडारों से खरीदा जा सकता है।
माँ काली के 108 नाम
108 Names of Maa Kali and Download pdf
माँ काली के 108 नाम उनकी विभिन्न रूपों और शक्तियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। यहाँ माँ काली के 108 नाम दिए गए हैं
क्रम संख्या | नाम |
---|---|
1 | काली |
2 | महाकाली |
3 | भद्रकाली |
4 | कपालिनी |
5 | गुह्यकाली |
6 | कामेश्वरी |
7 | श्रीकाली |
8 | कालिका |
9 | शुभकाली |
10 | करालिनी |
11 | चामुंडा |
12 | चंडिका |
13 | चंडघंटा |
14 | उग्रचंडी |
15 | कालरात्रि |
16 | महाचंडी |
17 | सिद्धकाली |
18 | सर्वमंगला |
19 | भीमकाली |
20 | हरिद्रा |
21 | दक्षिणा काली |
22 | श्यामा काली |
23 | कृष्ण काली |
24 | सिद्धेश्वरी |
25 | क्रियेश्वरी |
26 | त्रिनेत्री |
27 | चैतन्य काली |
28 | सर्वेश्वरी |
29 | गुप्त काली |
30 | योगिनी काली |
31 | कराली काली |
32 | महाभयंकरा |
33 | मोहिनी काली |
34 | भ्रामरी |
35 | भीषण काली |
36 | रूद्रकाली |
37 | कुलकाली |
38 | सर्वेश्वरी |
39 | महाबला |
40 | अग्निकाली |
41 | धूम्रकाली |
42 | विश्वमोहिनी |
43 | तारा काली |
44 | अन्नपूर्णा |
45 | भवानी |
46 | अपराजिता |
47 | अंबिका |
48 | महिषासुरमर्दिनी |
49 | सती |
50 | पार्वती |
51 | गिरीजा |
52 | मीनाक्षी |
53 | गौरी |
54 | महेश्वरी |
55 | कामाक्षी |
56 | जगदंबा |
57 | भगवती |
58 | दुर्गा |
59 | रमा |
60 | सुभद्रा |
61 | उमादेवी |
62 | सत्यभामा |
63 | भूदेवी |
64 | लक्ष्मी |
65 | सरस्वती |
66 | जयदुर्गा |
67 | शैलपुत्री |
68 | ब्रह्मचारिणी |
69 | चंद्रघंटा |
70 | कुष्मांडा |
71 | स्कंदमाता |
72 | कात्यायनी |
73 | कालरात्रि |
74 | महागौरी |
75 | सिद्धिदात्री |
76 | आद्या |
77 | बगलामुखी |
78 | मातंगी |
79 | धूमावती |
80 | कमला |
81 | तारा |
82 | भुवनेश्वरी |
83 | त्रिपुरसुंदरी |
84 | छिन्नमस्ता |
85 | कूष्मांडा |
86 | शाकंभरी |
87 | भैरवी |
88 | महामाया |
89 | शिवदूती |
90 | नरसिंहिनी |
91 | जयन्ती |
92 | कालिका |
93 | लक्ष्मी |
94 | कनकधारा |
95 | अरुणा |
96 | बाला |
97 | उमा |
98 | हेमलता |
99 | नित्यकाली |
100 | ऐश्वर्यकाली |
101 | वरदकाली |
102 | चैतन्यकाली |
103 | निर्भयकाली |
104 | सर्वशक्तिकाली |
105 | महाशक्तिकाली |
106 | प्रपञ्चकाली |
107 | महासिद्धिकाली |
108 | त्रैलोक्यकाली |