जय माता दी!, दुर्गा जी के 108 नाम संस्कृत में निम्नलिखित हैं:
- १. वन्दे तु भक्तवत्सलां त्रिवेणीं त्रिलोचनां नामामि दुर्गां इयं
- २. जयात्या जननी जया चिन्तामणि मनोहरे
- ३. पापविद्धात्री पावनी चंद्र वदने पशङ्कुषे
- ४. नमस्ते रणरंगिणि त्रैलोक्यरक्षिणि शिवे
- ५. दुर्गाधारिणि धान्य विद्याधारि त्रिनयने
- ६. सर्वमङ्गलमाङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके
- ७. शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे
- ८. सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते
- ९. रौद्रे रौद्रात्मनि तस्यै नमो नमः
- १०. त्रिनेत्रे त्रिगुणान्विते त्रिभुवनेश्वरि त्रिदशेश्वरि
- ११. महिषासुरमर्दिनि महालक्ष्मि मथ्यन्तकारिणि
- १२. मातृकामदरूपिणि महासारस्वती महालक्ष्मि
- १३. महाकालि महापातकनाशिनि महात्रिपुरासुन्दरि
- १४. सारस्वति सकलास्त्रविधिना संसारनाशिनि
- १५. भवानि भर्तृभिर्देवी भवमोचनि भवानि
- १६. भगमालिनि भगमाला भगवती भगमोचनि
- १७. सुखदायिनि सुखकर्त्री सुखकारिणि सुखप्रदा
- १८. भूतिदा भूषणा भूमिनुता भूमिते
- १९. त्रैलोक्यगौरित्रिगुणात्मिके त्रिपुरारित्रिपुरे
- २०. अर्धचन्द्रविद्यास्थिते अर्धमात्रिके अर्धनारीश्वरि
- २१. शम्भवि चंद्रमोलिनि चन्द्रमानन्दने
- २२. सावित्रि सविता सावित्रि सावित्रिसखा
- २३. आदिदेवी महादेवी महाकाली त्रिदशेश्वरि
- २४. त्रिपुरा त्रिपुरसुन्दरि त्रिपुरविद्राजिते
- २५. कैटभारित्रे कदम्बवनपरिवारिणि
- २६. मुक्ताहारस्फुरत्कलानिभभालासुन्दरि
- २७. अव्यक्ता देवदेवेशि देवयोगीश्वरार्चिते
- २८. सुन्दरि सुरसौरभादिसद्गण्डमूषिते
- २९. तारिणि तारापयनि तारादित्यपरायणे
- ३०. मर्त्यलोकत्यैनाया महादेवसुताय
- ३१. विष्णुमाया शुभप्रदा विश्वमाता विश्वजननि
- ३२. सर्वानन्दकरी सर्वमङ्गलकरी विश्वधारिणि
- ३३. जयन्ती जयकरी विजयाविद्यावर्धिनि
- ३४. मुक्तिदा मुक्तिनिलया मुक्तिमुद्रार्चिते
- ३५. शिवायै शिवकर्यै च शिवदात्री शिवात्मिके
- ३६. सर्वमन्त्रात्मिका सर्वयन्त्रात्मिका सर्वतन्त्रस्वरूपिणि
- ३७. महातन्त्रा महायन्त्रा महामन्त्रात्मिका
- ३८. त्रिपुरार्चितपादाब्जा मानिनी मातृमण्डले
- ३९. त्रिकोणदलसंस्थाने त्रिवर्गभूषणान्विते
- ४०. चतुर्बाहुर्देवी चन्द्रमण्डलमण्डिते
- ४१. देवकार्यसुखप्रदा देवदेविकुतूहला
- ४२. सर्वबीजस्वरूपिणि सर्वमन्त्रस्वरूपिणि
- ४३. सर्वतन्त्रात्मिका सर्वविद्या स्वरूपिणि
- ४४. विश्वेश्वरी विश्वमाता विश्वाधारिणि विश्वजननि
- ४५. विश्वभावनि विश्वमुद्रा विश्वगोप्त्री विश्वमयि
- ४६. सर्वानन्दमयि सर्वानन्दकरी सर्वानन्दवल्लरि
- ४७. सर्वगन्धभूषिताङ्गी सर्वजन्मन्त्ररूपिणि
- ४८. सर्ववीरेश्वरिस्तुत्या सर्वमन्त्रस्वरूपिणि
- ४९. नमःस्त्रैलोक्यविश्रयायै नमःपुण्यात्मने नमः
- ५०. नमोऽस्तु ताम्रया नमोऽस्तु शाम्बवाणि
- ५१. नमोऽस्तु देव्यै शक्त्यै नमोऽस्तु नीत्यतारिणि
- ५२. शुद्धस्फटिकसङ्काशे चन्द्रानने चतुर्भुजे
- ५३. सारस्वति सरस्वति सवित्री सविता पतिः
- ५४. सारस्वत्यः परा देवी सवित्री सर्वसे
- ५५. सर्वमङ्गलमाङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके
- ५६. त्रैलोक्यसुन्दरि त्रैलोक्यवासिनि
- ५७. सर्वबाधानि भञ्जायै सर्वभूतदयायै
- ५८. या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता
- ५९. नमः कात्यायन्यै नमः कट्यायन्यै
- ६०. शिवायै शिवकर्यै च शिवदात्री शिवात्मिके
- ६१. नमः कल्याण्यै नमः कान्तायै
- ६२. नमो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं नमः
- ६३. नमो नमो दुर्गायै देवी त्रैलोक्यकारिणि
- ६४. देवी पञ्चमुखे सद्यः श्वेतपद्मासनस्थिते
- ६५. नारायणि नमोस्तुते नमोस्तुते गगनेश्वरि
- ६६. देवी पञ्चमुखे सद्यः श्वेतपद्मासनस्थिते
- ६७. देवी सर्वमात्मिके नमो नमः सर्वसिद्धिप्रदे
- ६८. दुर्गा शत्रुहन्त्री नमः शत्रुहन्त्री शत्रुहत्या
- ६९. दुर्गाधारिणि देवी नमः शरण्ये शरणागते .
- ७०. नमो देव्यै भगवत्यै शिवायै नित्यायै
- ७१. नमो नमः कृष्णप्रियायै नमो नमः वृषप्रियायै
- ७२. विश्वानुकम्पिनि विश्वबान्धवि विश्वमङ्गलकरि
- ७३. शारदा वाग्देवता चन्द्रमौलि नमोऽस्तु ते
- ७४. निरञ्जना निराधारा निर्मला निर्मया
- ७५. सर्वमन्त्रमयी सर्वयन्त्रात्मिका सर्वतन्त्ररूपिणि
- ७६. सर्वगन्धरसारोमविलसद्वक्त्रसंस्थिते
- ७७. त्रैलोक्यकण्ठकलिते त्रिपुरान्तकारिणि
- ७८. शिवायै शरणागते नमोस्तुते
- ७९. सर्वदेवैकसृष्टिस्थित्यन्तकारिणि
- ८०. नमो नमस्तेऽस्तु नारायणि
- ८१. शिवायै शुभदायिन्यै नमोस्तुते
- ८२. नमो नमस्तेऽस्तु नित्यतारिणि
- ८३. नमोऽस्तु तां मातरमय्यै
- ८४. नमो नमस्तेऽस्तु दुर्गायै
- ८५. शिवायै शरणागते नमोस्तुते
- ८६. नमोऽस्तु तां मातरमय्यै
- ८७. नमो नमस्तेऽस्तु सर्वानन्दमयि
- ८८. नमो नमस्तेऽस्तु नित्यतारिणि
- ८९. नमोऽस्तु तां मातरमय्यै
- ९०. शिवायै शरणागते नमोस्तुते
- ९१. नमो नमस्तेऽस्तु नित्यतारिणि
- ९२. नमोऽस्तु तां मातरमय्यै
- ९३. नमो नमस्तेऽस्तु सर्वज्ञानमयि
- ९४. नमो नमस्तेऽस्तु नित्यतारिणि
- ९५. नमोऽस्तु तां मातरमय्यै
- ९६. शिवायै शरणागते नमोस्तुते
- ९७. नमो नमस्तेऽस्तु सर्वबीजस्वरूपिणि
- ९८. नमो नमस्तेऽस्तु नित्यतारिणि
- ९९. नमोऽस्तु तां मातरमय्यै
- १००. शिवायै शरणागते नमोस्तुते
- १०१. नमो नमस्तेऽस्तु सर्वानन्दमयि
- १०२. नमो नमस्तेऽस्तु नित्यतारिणि
- १०३. नमोऽस्तु तां मातरमय्यै
- १०४. शिवायै शरणागते नमोस्तुते
- १०५. नमो नमस्तेऽस्तु सर्वसिद्धिप्रदे
- १०६. नमो नमस्तेऽस्तु नित्यतारिणि
- १०७. नमोऽस्तु तां मातरमय्यै
- १०८. शिवायै शरणागते नमोस्तुते
आपको माँ दुर्गा के 108 नाम का उपयोग करने का अवसर मिले, जो आपकी भक्ति और पूजा के लिए उपयोगी हो सकते हैं। जय माता दी!